Raghvendra Pandey
1 min readFeb 20, 2020

ग्लानि

Image Credit : pexels.com

1.

“मुझे तुमसे प्रेम है"
होंठो पर अटके इन शब्दों को
किसी उद्धारक की तलाश है।

2.

प्रेम दूरियां घटा देता है
और कविताएँ भी।
मेरी कविताओं में तुम दूर रह के भी
कितने पास हो
ऐसा लगता है, तुम्हारा जाना
अभी कल की बात हो

3.

वो सारे गंवाए गए क्षण
जिनमें हम साथ हो सकते थे
जिंदगी की सबसे बड़ी हानि है।
गंवाए क्षणों के बारे में सोचना
सबसे बड़ी ग्लानि ।

Raghvendra Pandey
Raghvendra Pandey

Written by Raghvendra Pandey

Interested In Poetry, Politics, History, Religion, Philosophy, Statistics and Data Science.

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